Saturday, 05 April 2014 | Hiranmay Karlekar | in Edit 1 Bangladesh will once again become a regional exporter of terrorism, as it was during the BNP-Jamaat coalition Government between 2001 and 2006, if the Jamaat calls the shots in any Government there The Awami League will no doubt look back with satisfaction at the recovery it has made from the drubbing it took in the first two rounds of the Upazila (sub-district) elections in Bangladesh. Candidates backed by it won the chairman’s posts in 34 Upazilas against the Bangladesh Nationalist Party’s tally of 41, the fundamentalist Bangladesh Jamaat-e-Islami’s 12 and the Jatiya Party’s one, in the first phase of elections on February 19 . It continued to fare poorly in the second phase held on February 27 , at the end of which its tally stood at 78 against the BNP’s 93 and the Jamaat’s 20. It was just a whisker behind the BNP after the third phase held on March 15, after which its total of chairman's posts stood at 118 agai
कर्पूरी ठाकुर : कर्पूरी ठाकुर एक भारतीय राजनेता है और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है। कर्पुरी ठाकुर (24 जनवरी 1924-18 फरवरी 1988) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म ब्रिटिस भारत में समस्तीपुर के एक गाँव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में हुआ था। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने २६ महीने जेल में बिताए थे। वह दिसंबर 1970 से जून 1971 तथा दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। व्यक्तिगत जीवन : वह जन नायक कहलाते हैं। सरल और सरस ह्र्दय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रुप से पिछडी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना से जिया। राजनीतिक जीवन : 1977 मे कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के मुख्यमंत्री बने। Karpoori Thakur : Karpoori T